यह ईश्वर में अटूट विश्वास ही है जो मनुष्य को परमात्मा के करीब ले जाता है। ऐसा करने से मनुष्य भगवान का प्रिय बन जाता है और भौतिक सुखों से दूर होकर अलौकिक सुखों को प्राप्त करता है। वह जीवन-मरण के बंधनों से मुक्त हो जाता है। ये शब्द आचार्य श्री हरि माधव शास्त्री ने उज्जैन अनुमंडल स्थित मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कहे। इस अवसर पर आचार्य जी ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति समस्त पापों से मुक्त होकर परमधाम को प्राप्त होता है।
श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से जन्म के पाप का नाश होता है। इससे व्यक्ति का लौकिक और आध्यात्मिक विकास होता है। कलयुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। ये बातें कैलावर स्थित यज्ञ स्थल पर चातुर्मास महायज्ञ के 58वें दिन संत लक्ष्मी प्रपन्न जैर स्वामी ने गुरुवार को कही.
Best Expert Astrologers
24x7, 365 Days Availability
Instant Access India
Accurate Remedial Solutions
Privacy Guaranteed
Trusted by thousand clients